अमेरिका में बहुत बड़ा आतंकी हमला; वाशिंगटन में इजरायली दूतावास के 2 कर्मचारियों की हत्या, अंधाधुंध गोलियां मारीं, मचा हड़कंप

Two Israeli Embassy employees murdered in America Big Crime Incident
America Israeli Employees Murder: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में इजरायली दूतावास के 2 कर्मचारियों की हत्या कर दी गई है. उन्हें अंधाधुंध गोलियां मार मौत के घाट उतार दिया गया। बताया जाता है कि, वाशिंगटन में कैपिटल यहूदी म्यूजियम के पास इस वारदात को अंजाम दिया गया। इजरायली कर्मचारियों की इस तरह हत्या से पूरे अमेरिका में हड़कंप मचा हुआ है। हालात बेहद संवेदनशील हैं और सुरक्षा एजेंसियां सक्रिय हो गईं हैं। घटना की जांच की जा रही है।
यह घटना एक आतंकी हमला
इस घटना को आतंकी हमले से जोड़ा जा रहा है। इजरायली कर्मचारियों की बेवजह हत्या की गई है। अगर यह घटना आतंकी वारदात है तो फिर ऐसे में अमेरिका जैसे सुपरपावर और बेहद सुरक्षित देश पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं अमेरिका में इजरायल के अधिकृत कर्मियों की हत्या हो जाना भी अमेरिका को जवाबदेही ठहराता है। वहीं अपने कर्मियों की हत्या से इजरायल जैसा शक्तिशाली देश भी चुप नहीं बैठेगा। इजरायल अपनी कार्रवाई कर सकता है।
इजरायल का बयान- यह आतंकी हमला
इजरायल के विदेश मंत्री ने घटना को लेकर आधिकारिक बयान जारी किया है और इसे आतंकी घटना बताया है। इजरायली विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि, आज सुबह हुए आतंकवादी हमले से भयभीत हूं, जिसमें वाशिंगटन डी.सी. में हमारे दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या कर दी गई। दुनिया भर में इज़रायली प्रतिनिधियों को लगातार बढ़ते जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। हम अमेरिकी अधिकारियों के साथ निकट संपर्क में हैं। इज़रायल आतंक के आगे आत्मसमर्पण नहीं करेगा।
व्हाइट हाउस से ट्रंप का बयान जारी
इस घटना को लेकर व्हाइट हाउस से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान जारी हुआ है। ट्रंप ने कहा, "वाशिंगटन डीसी में ये भयानक हत्याएं, जो स्पष्ट रूप से यहूदी-विरोधी भावना पर आधारित हैं, अब समाप्त होनी चाहिए! नफरत और कट्टरपंथ के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना। बहुत दुख की बात है कि ऐसी चीजें हो सकती हैं! भगवान सभी का भला करे!"
वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि, हम वाशिंगटन डीसी में इज़राइल दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। हमारी प्रार्थनाएँ उनके प्रियजनों के साथ हैं। यह कायरतापूर्ण, यहूदी विरोधी हिंसा का एक निर्लज्ज कृत्य था। हम जिम्मेदार लोगों का पता लगाएंगे और उन्हें न्याय के कटघरे में लाएंगे। अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।